ऐसा कोई शहर नहीं

ऐसा कोई शहर नहीं 🙌,
जहा अपना कहर नहीं ❤️📜,
ऐसी कोई गली नहीं जहा अपनी चली नहीं! ❤️📜

Himmat Shayari