ऐ ज़िन्दगी 📜❤️,
तोड़ कर हमको ऐसे बिखेर दे इस बार ❤️,
न फिर से टूट पायें हम ❤️🌟,
और न फिर से जुड़ पाए तू! 🌟📜
ऐ ज़िन्दगी 📜❤️,
तोड़ कर हमको ऐसे बिखेर दे इस बार ❤️,
न फिर से टूट पायें हम ❤️🌟,
और न फिर से जुड़ पाए तू! 🌟📜
Copyright © 2025 Shayari.Studio All Right Reserved