कश्ती डूब कर निकल सकती है

कश्ती डूब कर निकल सकती है 💪🙌,
शमा बुझ कर भी जल सकती है ❤️📜,
मायूस ना हो इरादे ना बदल 👊,
किस्मत किसी भी पल बदल सकती है! ❤️

Himmat Shayari