क्या मैं आपकी तारीफ़ करूँ अल्फाज़ नही मिलते

क्या मैं आपकी तारीफ़ करूँ अल्फाज़ नही मिलते 🌺🌷,
हुजूर आप वो गुलाब है जो शाख पर नही खिलते! ❤️🌷

Gulab Shayari