नज़रे करम मुझ पर इतना न कर 😍,
की तेरी आशिकी के लिए बागी हो जाऊं 😘💞,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की 😍,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं! ❤️💞
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर 😍,
की तेरी आशिकी के लिए बागी हो जाऊं 😘💞,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की 😍,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं! ❤️💞
Copyright © 2025 Shayari.Studio All Right Reserved