मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं 🌺,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं 🌷,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का 🌺❤️,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़नहीं! 😊
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं 🌺,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं 🌷,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का 🌺❤️,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़नहीं! 😊
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