इक मैं कि इंतज़ार में घड़ियाँ गिना करूँ

इक मैं कि इंतज़ार में घड़ियाँ गिना करूँ 😢🕰️,
इक तुम कि मुझसे आँख चुराकर चले गये! 😞❤️

Intezaar Shayari