तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने 😞😭,
कितना गम छुपाया है 😭😢,
दोस्त अगर मैं हर बार रोता 😥😞,
तो तेरा शहर दुब जाता 😭😥
तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने 😞😭,
कितना गम छुपाया है 😭😢,
दोस्त अगर मैं हर बार रोता 😥😞,
तो तेरा शहर दुब जाता 😭😥
Copyright © 2024 Shayari.Studio All Right Reserved