बारिश और किसी की याद, 🌧️🌂☔
ज्यादा आ जाए तो सैलाब आता है, 🌂☔⛈️
एक में बूंदों का दूसरों में आसुंओं का, ☔
बारिश और किसी की याद, 🌧️🌂☔
ज्यादा आ जाए तो सैलाब आता है, 🌂☔⛈️
एक में बूंदों का दूसरों में आसुंओं का, ☔
Copyright © 2025 Shayari.Studio All Right Reserved