बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं

बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं ❤️🌹,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं 😊,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार के 🌹🌷,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं! 🌹

Gulab Shayari