सख़्त हाथों से भी फिसल जाती हैं 👫👬,
कभी नाजुक उंगलियां 👬🤝,
रिश्ते ‘ज़ोर’ से नहीं 👫❤️,
‘प्यार मोहब्बत” से पकड़े जाते हैं! ❤️
सख़्त हाथों से भी फिसल जाती हैं 👫👬,
कभी नाजुक उंगलियां 👬🤝,
रिश्ते ‘ज़ोर’ से नहीं 👫❤️,
‘प्यार मोहब्बत” से पकड़े जाते हैं! ❤️
Copyright © 2025 Shayari.Studio All Right Reserved