हम वो फूल हैं जो रोज-रोज नहीं खिलते

हम वो फूल हैं जो रोज-रोज नहीं खिलते 🤝❤️,
यह वो होंठ हैं जो कभी नहीं सिलते 👭👬,
हमसे बिछड़ोगे तो एहसास होगा तुम्हें 🤝,
हम वो दोस्त हैं जो दोबारा नहीं मिलते! 👭

Dosti Shayari