होंठ कह नहीं सकते फ़साना दिल का 😴,
शायद नजर से हमारी बात हो जाए 🌃,
इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का 🌙😴,
शायद सपने में ही मुलाकात हो जाये! 😴🌙
होंठ कह नहीं सकते फ़साना दिल का 😴,
शायद नजर से हमारी बात हो जाए 🌃,
इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का 🌙😴,
शायद सपने में ही मुलाकात हो जाये! 😴🌙
Copyright © 2025 Shayari.Studio All Right Reserved